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Photo of Jwar ki roti by Madhu Mala at BetterButter
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ज्वार की रोटी

Jan-12-2019
Madhu Mala
8 मिनट
तैयारी का समय
15 मिनट
खाना बनाने का समय
3 लोग
पर्याप्त
निर्देश पढ़ें बाद के लिए सेव करे

ज्वार की रोटी रेसपी के बारे में

महाराष्ट्रीयन रेसिपी जवार कार्बोहायड्रेट और हाई कैलोरी से भरपूर होती है। जवार लस मुक्त होते है। साधारणतः जवारी की रोटी हाँथो से ही बनायीं जाती है, भारत के ग्रामीण लोग आज भी इसे मुख्य भोजन के रूप में खाते है। वे जवारी की रोटी को तीखी चटनी, कड़ी, प्याज और हरी मिर्च के साथ खाते है। ग्रामीण लोग ज्वार रोटी / Jowar Ki Roti बनाने के लिये आटा ख़रीदा नही करते बल्कि पहले जवार को अच्छी तरह सूरज की रौशनी में 2 दिन पर सुखाकर और फिर उसे नजदीक की आटा चक्की में जाकर पिसवाया और ताज़ा आटा तैयार किया। जवारी की रोटी आपके स्वास्थ के लिये भी बहुत लाभदायक है। इसके बेहतर स्वाद के लिये अक्सर इसे गर्म पिठला, झुनका या फिर ठेचा के साथ परोसा जाता है। आइये अब इसे बनाने की विधि के बारे में जानते है –

रेसपी टैग

  • वेज
  • आसान
  • महाराष्ट्र
  • मुख्य डिश
  • हेल्थी

सामग्री सर्विंग: 3

  1. जवारी का आटा – 1 कप
  2. पानी – गूंथने के लिये आवश्यकता नुसार
  3. नमक स्वादानुसार

निर्देश

  1. एक छोटे भगोने में ½ कप पानी लीजिये और उसे गर्म होने के लिये रख दीजिये। ध्यान रहे की पानी उबलना चाहिये ना की केवल थोडा गर्म होना चाहिये। उबालते समय आपको पानी में बुलबुले नजर आने चाहिये। अब एक चौड़े बर्तन में जवारी का आटा लीजिये और उसमे नमक मिलाइये। अब पानी डालने के लिये तैयार रहे और आवश्यकतानुसार पानी डालकर आटे को गूँथ ले।
  2. एक साथ पूरा पानी डालने की कोशिश ना करे। पहले आधा ही पानी डाले और आधी अलग रख दे। आटा अच्छी तरह से गूंथने के लिये आप चम्मच का उपयोग भी कर सकते है। जवार में लस ना आने के लिये हम यहाँ गर्म पानी का उपयोग कर रहे है। कन्नड़ में इसे जीगातु कहते है। आटे में पानी डालने के बाद आप अपने हाँथो से आटे को गूँथ सकते हो और आटे को गूंथने के बाद उसे कुछ समय तक कमरे के तापमान में ही अलग रख दे। अब तैयार आटे में से थोडा सा आटा लेकर बड़े आकार का एक बॉल बनाये ताकि हम रोटी बना सके।
  3. रोटी बनाने के लिये आपको आटे की गेंद को हल्का सा दबाकर पतला करना होंगा, ऐसा आप आसानी से अपने हथेलियों की सहायता से कर सकते हो। अब गोल वाले भाग को आप अपनी हथेलियों की सहायता से धीरे-धीरे दबाते रहिये, ध्यान रहे की रोटी का आकर गोलाकार ही रहना चाहिये, यदि दबाते समय आकार थोडा बिगड़ता है तो पहले उसे ठीक कर लीजिये। हथेलियों की जगह पर आप रोलिंग पिन का भी उपयोग कर सकते हो। लेकिन पारंपरिक रूप से जवारी की रोटी हाँथो से ही बनायीं जाती है।
  4. अब तवे को गर्म रखे और तवा अच्छी तरह से गर्म होने के बाद उसपर रोटी रखे। कुछ सेकंड बाद, जब रोटी थोड़ी सी भुन जाये तब रोटी की उपरी परत पर हल्का सा पानी लगाये। अब जबतक पानी को रोटी सोख नही लेती तबतक रोटी को पकने दीजिये और कुछ समय बाद रोटी को पलट दे। ध्यान रहे की जवारी को रोटी को पकने में थोडा समय लगता है इसलिए रोटी की दोनों बाजुओ को अच्छी तरह से पकने दीजिये। अब तैयार गर्म जवारी की रोटी को आप सुखी सब्जी के साथ भी परोस सकते हो। लेकिन इसका पारंपरिक जोड़ झुनका, बैंगन का भरता और ठेचे के साथ ही है। आशा करता हूँ की गरमा गर्म जवारी को रोटी के इस स्वाद को आप कभी भूल नही पाओंगे।

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