डाकिये को घर की और आता देख नेहा ने फट से दरवाज़ा खोला और बोली – मेरे लिए कुछ आया मैं नेहा?
डाकिया – हां, आपका नाम नेहा है और चिट्ठी पर पता भी यही है तो आपके लिए ही होगा |
नेहा ने झट से दरवाज़ा बंद किया और भाग के अपने कमरे में पहुंच गयी | पहले कुर्सी पर बैठी लेकिन फिर बैड पर लेट गयी ताकि पूरी तसल्ली से अपने बहन योगिता का खत पढ़ सके | नयी शादी हुई थी तो एक चिठ्ठी भी उसे ऐसा महसूस करा रही थी जैसे उसकी बहन उसके साथ ही बैठ के गपशप लड़ा रही हो|
खत को जल्दी-जल्दी खोलने के चक्कर में कोने से थोड़ा फट भी गया लेकिन नेहा ने इसकी परवाह किये बिना उसे पढ़ना शुरू किया –
प्यारी नेहा,
कैसी हो ? लो, मैं भी किससे पूछ रही हूँ जिसे इतना प्यार करने वाला पति और सर-आँखों पर रखने वाला परिवार मिला वो भला खुश कैसे ना होगी | शादी पर कितनी खूबसूरत लग रही थी तुम लेकिन बहुत डरी हुई भी | अरे दिन ऐसा था -कड़ाके की तेज ठण्ड में जोर की बारिश हो और शादी का सारा इंतज़ाम खुले में हो तो अच्छा ख़ासा इंसान घबरा जायेगा | आज सोचो तो इस बात पर हंसी आती है लेकिन उस समय कैसी घबराहट सी हो गयी थी हम सबके चेहरे पर जब बरात वेन्यू पर पहुंचने वाली थी और हम लड़की वाले ट्रैफिक में फंसे थे |
अरे सबसे ज्यादा अजीब तो मुझे लग रहा था क्योंकि पापा ने मुझसे फोन करवाया था कि जीजू को बोलो कि हम लेट हो रहे हैं | हां हां पता हैं तुमने मुझसे फ़ोन छीन कर कहा था कि लव, बरात को वेन्यू से थोड़ा दूर रखना ताकि हम पहले पहुंच जाएं | लव – ये शब्द सुनकर हैरान मत हो, तूने बोला तो खुसुर-पुसुर था लेकिन तेरी बहन के कान ज़रा तेज हैं :)उस समय तो बूंदा-बांदी ने ही ट्रैफिक जैम लगा दिया था और वेन्यू पर पहुंचते ही बारिश कितनी तेज हो गयी थी |
याद है जैसे सारी बरात ही स्टेज पर चढ़ गयी हो अपने आप को बारिश से बचाने के लिए | भारी-भरकम साड़ियों में आंटिया और सूट-बूट में अंकल इधर से उधर भाग रहे थे |लोग तो यहाँ तक बोल रहे थे “तुमने जरूर कढ़ाई चाटी होगी जो ऐसी छमाछम बारिश हो रही थी|” DJ वाला तो कितना बड़ा पागल था, गीला होकर भी गाने बजाने लगा -टिप टिप बरसा पानी…पानी ने आग लगा दी – ये लिखते हुए भी हंसी आ रही है | मेक-अप खराब होने की वजह से तुम्हारा मूड भी ऑफ हो गया था लेकिन थैंक्स टू जीजू जिन्होंने तुम्हारी जाती हुई मुस्कुराहट को वापिस लाने का काम किया ये कह कर “पता है तुम बिना मेक-अप और भी खूबसूरत दिखती हो|”
सारा इंतज़ाम कवर्ड हॉल में शिफ्ट किया | लोग ठण्ड की वजह से काँप रहे थे, हीटर और कम्बलो का इंतज़ाम किया गया था…वो रात शायद कोई नहीं भूल सकता …हाय तेरी मानसून वेडिंग .. सो ब्यूटीफुल!
चित्र स्त्रोत – freepik, muscel and fitness, Europeanfilmawards
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