Home / Uncategorized / जानें क्या हैं वो चीज़ें जो कर सकती हैं सुख शांति को आपसे दूर
परिवार के लिए न केवल एक खूबसूरत घर काफी है बल्कि उस घर के अंदर सुकून और शांति भी बहुत ज़रूरी है ताकि घर के सभी सदस्यों के बीच अच्छा तालमेल, प्रेम और सौहार्द बना रहे। भारतीय संस्कृति में घर बनाने और सँवारने के लिए सदियों से वास्तु शास्त्र का सहारा लिया जाता है जबकि आजकल फेंग शुई पर आधारित वस्तुएँ भी बहुत प्रचलन में है। इन दोनों ही पद्धतियों में कुछ ऐसी चीजों का जिक्र है जिनके घर में होने से नकारात्मक उर्जा का प्रवाह बढ़ सकता है और घर के लोग मानसिक शारीरिक एवं आर्थिक रूप से परेशान रहने लगते हैं। आज आपको हम बताएँगे ऐसी ही कुछ चीजों के बारे में जिन्हें हटाकर घर की खुशहाली और सुख शांति को बढ़ाया जा सकता है।
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नटराज की मूर्ति कई घरों में रखी मिलती है। इसमें जहां एक ओर शिव नृत्य कर रहे हैं तो वहीं दूसरी ओर यह नृत्य तांडव यानि विनाश का प्रतीक माना जाता है। वास्तु के अनुसार इसे घर पर नहीं रखना चाहिए इसलिए शिव के तांडव नृत्य वाली कोई भी फोटो या मूर्ति अपने घर में न लगायें क्यूंकि यह घर की सुख शांति को डांवाडोल कर सकती है।
डूबती हुई नाव की तस्वीर एक और द्रश्य है जिसे घर पर नहीं रखना चाहिए। वास्तु के अनुसार डूबती हुई नाव की तस्वीर लगाने से घर में दरद्रिता का वास होता है एंव परिवार की उन्नति में बाधा आती है। जैसे डूबते हुए जहाज का कोई भविष्य नहीं होता उसी प्रकार ये परिवार के भविष्य के खराब होने के संकेत देती है। अगर आपके घर में ऐसी कोई तस्वीर है तो तुरंत इसे घर से हटा दीजिये।
रोते हुये, दुखी या परेशान बच्चे की तस्वीर नकारात्मकता लाती है। ऐसी तस्वीरें घर की महिलाओं के स्वास्थ्य पर भी असर डालती है तथा घर में बिना कारण नीरसता एवं उदासी बनी रहती है। इस के बजाय आप माखन खाते हुए कृष्ण की फोटो लगाएँ तो यह शुभ माना जाता है।
युद्ध की कोई भी तस्वीर घर में लगाना शुभ नहीं माना जाता क्योंकि युद्ध आपसी मतभेद का सूचक है। घर में महाभारत की तस्वीर लगाना भी अशुभ माना जाता है क्यूंकि महाभारत एक युद्ध की कहानी है इसलिए ऐसा माना जाता है कि महाभारत की फोटो लगाने से परिवार में ही महाभारत होने लगती है यानि आपसी लड़ाई झगड़े बढ़ सकते हैं।
आपने अक्सर बड़े बूढ़ों को खंडित हो गयी मूर्तियों को हरे पेड़ कि जड़ में रखते देखा होगा। वास्तुविज्ञान के अनुसार भी घर में भगवान की टूटी हुई मूर्तियों को बिलकुल नहीं रखना चाहिए। इससे घर में नकारात्मक उर्जा का प्रवाह बढ़ता है और कई तरह की परेशानियां आ सकती हैं। फटी हुई और पुरानी पड़ गयी भगवान की तस्वीरों को भी घर से हटाकर बहते हुए जल में प्रवाहित कर देना चाहिए।
टूटी हुई कांच की वस्तुओं को घर में रखना नकारात्मक ऊर्जा को बढ़ावा देना है । कई लोग कांच के टूट जाने पर भी उसे नहीं बदलवाते और टूटे हुए कांच को ही लगे रहने देते हैं। यह वास्तुदोष पैदा करता है और आर्थिक नुकसान का कारण बनता है। टूटे हुए शीशे को भी घर में न रखें और उस में चेहरा भी न देखेँ।
पेड़ पौंधों का शौक एक अच्छी बात है लेकिन वास्तुविज्ञान के अनुसार आप को कुछ सावधानियाँ अवश्य रखनी चाहिए। जैसे कि कभी भी कांटे वाले पौधों को घर में न रखें। इससे उर्जा का प्रवाह बाधित होता है, उन्नति और धन लाभ में रुकावट होती है। समय समय पर पौधों के सूखे या गले हुए पत्ते तोड़कर घर के बाहर फेंक दें। शयन कक्ष के अंदर भी कभी पौधा नहीं रखना चाहिए।
यदि आपके घर में कहीं भी ऐसे नल हैं जो टपक रहे हैं तो उन्हें तुरंत मरम्मत करवा के ठीक करा लें। लगातार रिसता हुआ पानी धन हानि का कारण माना जाता है। जैसे भरे हुए पानी के बर्तन शुभ और संपन्नता का प्रतीक हैं इसके विपरीत नलों का टपकना संपन्नता के धीरे धीरे खाली होने जैसा माना जाता है।
अपने घर के मुख्य द्वार को हमेशा साफ सुथरा और व्यवस्थित रखें। दरवाजे पर बंधनवार, एक सुंदर सी नेम प्लेट और कुछ हरे भरे पौंधे आपके मुख्य द्वार पर सकारात्मक ऊर्जा के प्रवाह में मदद करते हैं। मुख्य दरवाजे के आगे या आस पास कूड़ा दान कभी भी न रखें यह नकारात्मक ऊर्जा को निमंत्रण देने जैसा है।
घड़ी एक ऐसी चीज़ है जिसका महत्व ही चलते रहने में है। यह जीवन को आगे की दिशा दिखाती है। वास्तु के अनुसार घर में रखी घड़ियां उर्जा को प्रभावित करती हैं। जहां चलती हुई घड़ी सकारात्मक उर्जा को आकर्षित करती है, बंद और खराब घड़ी नकारात्मक उर्जा को बढ़ाती है। उन्नति और धन हानि से बचने के लिए बंद हुई घडियों को चालू करें और खराब घड़ियों को घर से तुरंत हटा दें।
अब देर किस बात की, तुरंत अपने घर में लाइये बदलाव ताकि सकारात्मक ऊर्जा से घर की सुख शांति और संपन्नता बनी रहे और हमेशा बढ़ती रहे!
चित्र स्त्रोत: www.pixabay.com, www.pixnio.com, www.PublicDomainPictures.net, flickr, www.Wikipedia.org
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