Home / Uncategorized / हेपेटाइटिस सी (Hepatitis C) के कारण और लक्षण
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हेपेटाइटिस एक लिवर का संक्रमण है जो की हेपेटाइटिस वायरस के कारण होता है। हेपेटाइटिस सी, हेपेटाइटिस सी वायरस के वजह से होता है। यह इन्फेक्शन लिवर में सूजन करता है, जिसके वजह से लिवर खराब हो सकता है। हेपेटाइटिस सी से आपको लिवर सिरोसिस और लिवर स्काररिंग हो सकती है। अगर यह रोग ज़्यादा गंभीर हो तो इसके वजह से लिवर फेलियर भी हो सकता है। हेपेटाइटिस सी अत्यधिक संक्रामक है। यह इन्फेक्शन व् दूषित खून से फैलता है।
हेपेटाइटिस सी दो प्रकार का होता है-एक्यूट और क्रोनिक। एक्यूट हेपेटाइटिस सी के लक्षण जल्दी नज़र आते हैं और कुछ दिनों तक रहते हैं। इसके लक्षण हैं पेट में असुविधाजनक महसूस करना, थकान, उलटी और बुखार। क्रोनिक हेपेटाइटिस सी के लक्षण आसानी से नज़र नहीं आते क्योंकि वे धीरे-धीरे विकसित होते हैं, कुछ महीनों में। क्रोनिक हेपेटाइटिस सी से लिवर में कर्क रोग भी हो सकता है।
हेपेटाइटिस सी ज़्यादातर खून से फैलता है, लेकिन ये इन्फेक्शन शरीर के तरल पदार्थ (fluids) द्वारा भी फ़ैल सकता है। हेपेटाइटिस सी इन कारणों के वजह से फैलता है:
हेपेटाइटिस सी अनौपचारिक संपर्क, खाना शेयर करना, रेस्पिरेटरी ड्रॉप्लेट्स, मच्छर/ कीड़े के काटने से और स्तनपान से नहीं फैलता।
इन लोगों को सबसे ज़्यादा रिस्क होता है हेपेटाइटिस सी का:
हेपेटाइटिस सी के 70% केसेस में, कोई लक्षण नज़र नहीं आते हैं । कई केसेस में, इसके लक्षण 1 से 3 महीने बाद नज़र आते हैं। ये लक्षण हर इंसान के लिए अलग होते हैं। एक्यूट हेपेटाइटिस सी के सबसे सामान्य लक्षण ये हैं:
जॉन्डिस और क्ले-रंग के स्टूल्स भी हेपेटाइटिस सी के कुछ लक्षण है।
क्रोनिक हेपेटाइटिस सी के लक्षण कई महीनों तक नज़र नहीं आते। इसीलिए इस इन्फेक्शन को ‘साइलेंट एपिडेमिक’ कहा जाता है।
75%-85% क्रोनिक हेपेटाइटिस सी के केसेस में गंभीर जटिलताओं जैसे की लिवर सिरोसिस, लिवर में कर्क रोग और लिवर फेलियर विकसित हो सकते हैं।
ओबेसिटी, डायबटीज़ और धूम्रपान से लिवर स्काररिंग बढ़ भी सकती है।
हेपेटाइटिस सी इन्फेक्शन के लिए कोई टीका उपलभ्द नहीं है, पर यह संक्रमण दवाइयों के साथ ट्रीट किया जा सकता है। लेकिन आपको पहले से ही सावधानी बरतनी चाहिए-धूम्रपान ना करे, शराब और गैरकानूनी ड्रग्स से दूर रहे, सेफ सेक्स प्रक्टिस करे, अपनी निजी वस्तुएँ शेयर ना करे, अपना सही वज़न मेन्टेन करे और जिन जगाहों से आप अपना शरीर छिदवाते हैं या फिर टाटू बनवाते हैं, उन जगाहों का भी ध्यान रखे।
चित्र सूत्र: Wikimedia commons, pixabay
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