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Signs of illness Nails

Signs of illness Nails- आपके हाथों के नाखुन आपके स्वास्थ्य के बारे में क्या कहते हैं?

Sonal Sardesai | मई 1, 2023

नाखुन सजाने में बहुत मज़ा आता है और आपके नाखुन आपके व्यक्तित्व को कई अलग-अलग तरीकों से व्यक्त करने में मदद कर सकते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि नाखुन भी इंसान के स्वास्थ्य के बारे में बहुत कुछ बताते हैं? उनका रंग, बनावट और समग्र रूप किसी के शरीर में क्या हो रहा है, इसके बारे में बहुत कुछ बता सकते हैं।

 

Signs of illness Nails

 

अपने नाखुनों को बारीकी से देखें, यदि आप निम्नलिखित में से किसी भी अवस्था को देखते हैं तो आपको तुरंत डॉक्टर से परामर्श करने की ज़रूरत है।

1. सफेद नाखुन:

सफेद नाखुन एनीमिया या कुपोषण की तरफ इशारा करते हैं। गहरे किनारों वाले सफेद नाखुन जिगर की बीमारी की तरफ इशारा करते हैं, जैसे हेपेटाइटिस और किनारों पर एक गुलाबी रेखा, गुर्दे, यकृत या हृदय रोग, मधुमेह या बस उम्र बढ़ने का संकेत दे सकती है।

2. पीले नाखुन:

पीले नाखुन आमतौर पर एक फंगल इंफेक्शन की तरफ इशारा करते हैं। यदि संक्रमण या इन्फेक्शन ज़्यादा बढ़ जाता है, तो नाखुन मोटे हो सकते हैं, विभाजित हो सकते हैं या नेल बेड्स से वापस आ सकते हैं। पीले नाखुन सोरायसिस, मधुमेह, गंभीर थायराइड रोग, क्रोनिक ब्रोंकाइटिस या अन्य फेफड़ों की बीमारी, लिम्पेडेमा या पीलिया का भी संकेत दे सकते हैं।

3. नीले नाखुन:

नीले  नाखुन का मतलब है की  शरीर को पर्याप्त ऑक्सीजन नहीं मिल रहा है। यदि इनके साथ छाती में दर्द भी होता है तो यह गंभीर हृदय या फेफड़ों की स्थिति का संकेत दे सकता है, जिसके लिए तुरंत डॉक्टरी पर ध्यान देने की आवश्यकता होती है। नीले नाखुन भी नेल बेड्स पर चोट के कारण हो सकते हैं जिससे शरीर में ब्लड क्लॉट्स हो जाते हैं। धीरे-धीरे इस अवस्था में सुधार आता है।

4. गर्तित नाखुन

इस तरह के नाखुन, सूजन वाली गठिया या आर्टराईटिस की बीमारी, रेइटर सिंड्रोम-एक संयोजी ऊतक विकार, या छलरोग का संकेत दे सकते हैं। इन परिस्थितियों में नेल बेड्स का रंग भी लाल-भूरे रंग में बदल जाता है।

5. लहरिया निशान:

जब आपके नाखुनों को गंभीर चोट लगती है, तो नाखुनों में लहरिया निशान पड़ सकते हैं। इस तरह के निशान, तेज़ बुखार, अनियंत्रित मधुमेह, शरीर में जिंक की कमी या परिधीय संवहनी रोग से जुड़े होते हैं।

6. नाखुन में जोड़:

नाखुन में जोड़ पड़ने की स्तिथि तब होती है जब नाखुन बढ़कर उंगलियों के किनारों के चारों ओर वक्र बन जाते हैं। हालांकि, यह ज्यादातर अफ्रीकी मूल के लोगों में आनुवंशिक स्थिति में देखा जाता है, और दूसरों में गंभीर बीमारी का संकेत भी दे सकता है।
नाखुन का झुकाव फेफड़ों की बीमारी, कम रक्त ऑक्सीजन, आंत्र में सूजन का रोग, जिगर की बीमारी, हृदय रोग या अधिग्रहित इम्यूनोडेफिशियेंसी सिंड्रोम (AIDS) का संकेत दे सकता है। यदि यह केवल एक हाथ के नाखुनों पर देखा जाता है तो इसका मतलब एनीयरिसम हो सकता है। यह स्थिति धमनी की दीवारों को कमजोर करने और इन्हें मोटा कर देती है, जो आंतरिक रक्तस्राव के कारण किसी भी समय टूट सकती है।

7. फूले हुए नाखुनों के मोड़:

यह स्थिति आम तौर पर उन लोगों में ज़्यादा देखी जाती है, जो अधिक शारीरिक श्रम करते हैं या जो अपने रोज़गार के लिए बर्तन धोने का काम करते हैं। इस स्तिथि में नाखुनों के चारों ओर त्वचा लाल और सूजी हुई हो जाती हैं, जो बैक्टीरिया या यीस्ट इन्फेक्शन के कारण हो सकता है। इप्सॉम नमक के साथ गरम  पानी में नाखुनों को भिगोने से राहत मिलती है। अगर कुछ समय तक सूजन कम नहीं होती, तो यह ल्यूपस की उपस्थिति का सुझाव दे सकता है, जो एक संयोजी ऊतक विकार है।

8. चम्मच के आकर के नाखुन:

चम्मच के आकर के नाखुन विकिरण चिकित्सा (रेडिएशन थेरेपी), कीमोथेरेपी, नाखुन पर चोट लगने या पेट्रोलियम के संपर्क में आने से होते हैं। इन्हें आनुवंशिक रूप से उन लोगों में भी देखा जाता है जो बहुत ऊंचाई के इलाकों में रहते हैं। यदि इनमें से कोई भी स्थिति मौजूद नहीं है, तो इस तरह के नाखुन होने का अर्थ शरीर में बहुत अधिक या बहुत कम आयरन, मधुमेह, कमज़ोरी, विटामिन B की कमी, या क्रोनिक हृदय रोग की उपस्थिति हो सकती है। चम्मच के आकर के नाखुन उस स्तिथि को संदर्भित करते हैं जब नाखुन नरम हो जाते हैं और चम्मच की तरह, उन पर तरल बूंद पकड़ने की क्षमता हो जाती है।

9. नाखुनों पर डार्क लाइन्स- गाढ़ी रेखाएं

नाखुन के निचले किनारे से चलने वाली लंबी गाढ़ी रेखाएं, अफ्रीकी मूल के लोगों में नाखुन पर आघात होने से या आनुवांशिक रूप से हो सकती हैं। अगर यह स्तिथि नाखुन आघात के कारण है, तब ये रेखाएं  धीरे-धीरे बढ़ेंगी। लेकिन, यदि नहीं तो यह गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल पॉलीप्स, लुपस, HIV या मेलेनोमा या स्किन कैंसर जैसी स्थितियों का संकेत दे सकता है।

10. दातों से कुतरे हुए नाखुन:

दातों से कुतरे हुए नाखुन मुख्य रूप से निरंतर काटने की वजह से होते हैं। लेकिन अगर कोई इस आदत को नियंत्रित करने में असमर्थ है, तो यह चिंता या ऑब्सेसिव कंपल्सिव डिसऑर्डर की तरफ संकेत कर सकता है।

 

 

 

 

प्रिय पाठकों यदि आपके नाख़ून के साथ भी इस तरह की समस्या देखने को मिल रही है, तो आज ही अपने नजदीकी चिकित्सक से मिलकर जरूर इसका इलाज करवाएं। साथ ही ये लेख अगर आपको पसंद आया है, तो आज ही अपने दोस्तों और परिवार वालों के साथ जरूर साझा करें। ताकि वो भी नाखूनों में हो रही समस्या को अच्छे से दिखा पाएं। साथ ही अपनी बात हमें कमेंट बॉक्स में लिख सकते है, जिसका हमें बेसब्री से इंतज़ार रहता है

 

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Image Source: Google Images (https://www.google.com/imghp?hl=en)

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