Home / घरेलू उपचार (Home Remedies) / Ajwain Benefits in Hindi: अजवाइन के 10 फायदे जो प्रेगनेंसी के बाद आपको रखेंगे एक दम फिट
भारत में खाने का स्वाद बढ़ाने के लिए तरह-तरह के मसाले प्रयोग में लाये जाते हैं और उन्हीं मसालों में से एक है अजवाइन (carom seeds in hindi)। अजवाइन के फायदे देखते हुए इसका इस्तेमाल सिर्फ खाने में स्वाद बढ़ाने हेतु ही नहीं बल्कि खाने का पोषण और उसके औषधीय गुण बढ़ाने के लिए भी किया जाता है।
अजवाइन ज़ीरा और सौंफ़ परिवार से संबंधित है। यह सब जगह आसानी से उपलब्ध हो जाती है और इसे भारत में कई नामों से जाना जाता है। हिंदी में अजवाइन के अलावा इसे तमिल में ओमम, मराठी में ओवा, कन्नड़ भाषा में ओम कलुगलू, मलयालम भाषा में अयोधमकम और तेलुगु में वामु कहा जाता है।
अजवाइन की तासीर गरम होती है और इसका सेवन पाचन की दृष्टि से सर्वश्रेष्ठ माना जाता है। अजवाइन में एंटी बैक्टीरीयल, एंटी-इंफ्लेमेटरी, एंटी-वायरल और एंटी-फ़ंगल गुण भी पाए जाते हैं और इसलिए इसका उपयोग अनेकों बीमारियों से बचाव के लिए एक घरेलू औषधि के रूप में भी किया जाता है। अजवाइन की सुगंध और स्वाद दोनों ही तीखे होते है और यह एक बेहतरीन मौसमी बीमारियों के लिए एक प्रभावी औषधि के रूप में कार्य करती है। आइये जानते हैं अजवाइन के कुछ प्रमुख लाभों (Ajwain ke fayde in hindi) के बारे में।
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अजवाइन के पोषणीय और औषधीय गुण देखते हुए इसे भारतीय आहार और आयुर्वेद में विशिष्ट स्थान दिया गया है। शायद ही कोई पारंपरिक भारतीय भोजन अजवाइन के बिना पूरा होता हो। खासतौर पर अधिक घी, तेल व मसाले वाले भोजन में तो अजवाइन का उपयोग (ajwain uses) आवश्यक रूप से किया जाता है, जिससे कि उसका पाचन आसानी से हो सके। अजवाइन में बहुत से पोषक तत्व जैसे फ़ाइबर, कार्बोहाइड्रेट, कैल्शियम, प्रोटीन, आयरन, पोटैशियम व अन्य औषधीय तत्व प्रचुर मात्रा में मौजूद होते हैं और ये तत्व इसे औषधीय रूप से भी उतना ही महत्वपूर्ण बनाते हैं। आइए जानते हैं अजवाइन खाने के फ़ायदे (Ajwain khane ke fayde)
एक स्वस्थ शरीर के लिए पाचन क्रिया का अच्छे से काम करना अनिवार्य होता है। जो हम खा रहे हैं उसके पोषक तत्व हमारे शरीर में अवशोषित होते रहे और अपशिष्ट पदार्थ शरीर से निष्कासित होते रहे, इसके लिए पाचन तंत्र का अच्छे तरीके से काम करना आवश्यक होता है। अजवाइन में पाए जाने वाले रसायन पाचन तंत्र को मजबूत करने तथा पाचन रसों का बढ़ाने में सहायक होते हैं। अजवाइन में एंटीस्पास्मोडिक और कार्मिनेटिव गुणों के साथ थाइमोल भी प्रचुर मात्रा में पाया जाता है, जो इसे पाचन क्रिया के लिए लाभकारी बनाता है।
पाचन क्रिया बेहतर बनाने के लिए खाने के बाद अजवाइन का सेवन काला नमक और सूखी अदरक के साथ नियमित रूप से करें। इससे बदहजमी, एसिडीटी, गैस, क़ब्ज़ एवं अपच से राहत मिलेगी। पेट ख़राब होने पर अजवाइन चबाने से भी लाभ मिलता है।
अजवाइन में पाए जाने वाले एंटी-बैक्टीरियल गुण व थाइमोल की उपलब्धता इसे मौसमी बीमारियों से लड़ने में भी कारगर बनाते है। सर्दी-खांसी होने पर सिकी हुई अजवाइन को खाना लाभदायक होता है। यदि खांसी अधिक है तो एक ग्लास पानी में अजवाइन डालकर उबालें और उबले हुए पानी में काला नमक डालकर पिएं। इससे तुरंत लाभ होगा। नाक बंद होने पर सिकी अजवाइन कपड़े में बांधकर सूंघने से लाभ होता है।
अजवाइन का लगातार सेवन हमारी रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने का कार्य भी करता है। अजवाइन के एंटीबायोटिक, एंटी बैक्टीरीयल, एंटी-इंफ्लेमेटरी, एंटी-वायरल और एंटी-फ़ंगल गुण इसके नियमित सेवन से हमारे शरीर द्वारा अवशोषित कर लिए जाते हैं और मौसम परिवर्तन होने पर कीटाणुओं के खिलाफ कवच का कार्य करते हैं, जिससे हम मौसमी बीमारियों से बच जाते हैं।
एंटीबायोटिक और एंटी बैक्टीरियल गुणों से युक्त अजवाइन रक्त शोधन का कार्य भी भली भांति करती है। अजवाइन में मौजूद रसायन रक्त में से अपशिष्ट पदार्थों को बाहर निकालता है जिससे हमें रक्त संबंधी बीमारियां नहीं होती। अजवाइन में प्रचुर मात्रा में आयरन भी मौजूद होता है जिससे हमारे शरीर में रक्त की मात्रा बढ़ती है और सभी अंगों तक रक्त संचरण बेहतर तरीके से हो पाता है।
अक्सर बहुत सी महिलाएं मासिक धर्म की समस्याओं से परेशान रहती हैं, जिनमें मासिक धर्म के समय होने वाला दर्द या मासिक धर्म की अनियमितता प्रमुख है। अजवाइन के नियमित सेवन से महिलाएं मासिक धर्म की समस्याओं से राहत पा सकती हैं। मासिक धर्म के समय गुनगुने पानी के साथ अजवाइन का सेवन करने से दर्द में आराम मिलता है।
प्रेगनेंसी के बाद भी अजवाइन का पानी पीना लाभदायक माना जाता है। अजवाइन में मौजूद रसायन गर्भाशय में मौजूद गंदगी को साफ करने का काम बखूबी करते हैं जिससे गर्भाशय संबंधी तकलीफों से भी राहत मिलती है।
मधुमेह आज विश्वभर के लोगों की एक बड़ी समस्या है और अजवाइन के नियमित सेवन से इसमें राहत मिल सकती है। अजवाइन से मधुमेह में राहत प्राप्त करने के लिए नियमित रूप से 3 ग्राम अजवाइन का सेवन 10 मिली तिल के तेल के साथ दिन में तीन बार करें। इससे रक्त में शर्करा का स्तर नियंत्रित रहेगा और मधुमेह में इससे राहत मिलेगी।
गठिया अथवा जोड़ों का दर्द होने पर भी आप अजवाइन के उपयोग से आराम पा सकते हैं। जोड़ों में दर्द कि शिकायत होने पर अजवाइन के गरम चूर्ण का कपड़े में बांधकर सिकाव करने से अजवाइन के एंटी-इंफ्लेमेटरी गुणों से लाभ लिया जा सकता है। इसके अलावा गठिया की स्थिति में आधा कप अजवाइन के रस में सौंठ मिलाकर पीना भी लाभदायक होता है।
शरीर के अन्य अंगों की तरह अजवाइन के सेवन का लाभ हमारे दांतों व मसूड़ों को भी होता है। मसूड़ों में दर्द की शिकायत होने पर गुनगुने पानी में अजवाइन के तेल की कुछ बूंदें डालकर कुल्ला करें। ये नुस्ख़ा मसूड़ों की सूजन ख़त्म करने में भी कारगर होता है। इसके अलावा भूनी हुई अजवाइन का चूर्ण बनाकर उस चूर्ण से ब्रश करने से भी दांतों व मसूड़ों को फ़ायदा होता है।
अजवाइन का सेवन पाचन क्रिया को सुचारू रूप से चलाने और रक्त को स्वच्छ करने का कार्य भली-भांति करता है, जिससे ज़ाहिर तौर पर कील-मुहासों की समस्याएं उभरकर सामने नहीं आती। अगर पहले से चेहरे पर कील-मुहांसे हैं तो दही के साथ अजवाइन पीसकर लेप बना लें और इस लेप को चेहरे पर लगाएं। लेप के सूखने के बाद चेहरे को गर्म पानी से धो लें। इस क्रिया को कुछ समय तक नियमित रूप से करने से चेहरा साफ़ होगा और कील-मुहांसे जड़ से ख़त्म हो जाएंगे।
अजवाइन का सेवन पाचन क्रिया को बेहतर बनाने और मौसमी रोगों से बचने के अलावा फ़िट रहने के लिए भी किया जा सकता है। अजवाइन का पानी पीने से शरीर का मेटाबोलिज़्म बढ़ता है और अतिरिक्त चर्बी का नाश होता है। अजवाइन के ज़रिए वज़न घटाने के लिए रोज़ रात को एक ग्लास पानी में अजवाइन भिगोकर रखें और सुबह ख़ाली पेट (khali pet ajwain khane ke fayde) उस पानी को पिएं। इससे वज़न तेज़ी से कम होने लगेगा। अजवाइन के सेवन से शरीर में कोलेस्ट्रोल भी कम होता है जिससे हृदय बेहतर तरीके से काम कर पाता है।
उपरोक्त लाभ के अतिरिक्त अजवाइन के सेवन का लाभ बालों की मज़बूती, आंखों की रोशनी बढ़ाने, पथरी का नाश करने, रक्तचाप नियंत्रित करने, अस्थमा की तकलीफ़ घटाने और डायरिया के इलाज में भी होता है। अजवाइन के पत्तों के पकोड़े की रेसिपी आप यहां से देख सकते हैं।
अजवाइन सभी घरों में बेहद आसानी से उपलब्ध हो जाती है और इसके गुणों की जानकारी होने पर इसके सेवन का संपूर्ण लाभ लिया जा सकता है। इस आर्टिकल में हमनें आपसे अजवाइन के फायदे (ajwain ke fayde) साझा किए। कैसा लगा आपको हमारा ये आर्टिकल, हमें बताइए, साथ ही इसे साझा कीजिए अपने दोस्तों के साथ। ऐसी ही महत्वपूर्ण जानकारी और नई-नई रेसिपीज़ के लिए जुड़े रहिए BetterButter के साथ।
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हिमांशु एक लेखक हैं और उन्हें खान-पान, आयुर्वेद, अध्यात्म एवं राजनीति से सम्बंधित विषयों पर लिखने का अनुभव है। इसके अलावा हिमांशु को घूमना, कविताएँ लिखना-पढ़ना और क्रिकेट देखना व खेलना पसंद है।
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